रायपुर : छत्तीसगढ़ के सिलयारी स्थित रियल बोर्ड पेपर मिल में छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा छापी गई नई किताबें के कबाड़ में बेचे जाने का मामला अभी शांत हुआ ही थ की एक और मामला सामने आया है.
अभनपुर के स्कूल में मिली हजारों किताबें
दरअसल, इस बार मामला अभनपुर के स्वामी आत्मानंद स्कूल से मिली है, जहां हजारों किताबें मिली है. आत्मानंद स्कूल में इसी सत्र के लिए छपी हजारों किताबें कबाड़ में रखी मिली है, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने स्कूल में किताबें पकड़ी, किताबों की छपाई और रद्दी में डंप करने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से किया निलंबित
फिलहाल, अभनपुर से पहले सिलियारी के कारखाने में भी किताबें मिली थीं. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घटना के प्रकाश में आने पर तत्काल गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले को इस घटना की जांच के निर्देश दिए थे। जांच के उपरांत छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर प्रेम प्रकाश शर्मा की प्रथम दृष्टया लापरवाही परिलक्षित होने पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के तहत् तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर