जशपुर नगर:- शासकीय एन ई एस महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित के अनुरोध पर आज महाविद्यालय एवम नव संकल्प संस्थान में संयुक्त रूप से छात्रों में कानून के प्रति जागरूकता और आदर्श समाज निर्माण के लिए विधिक शिविर का आयोजन किया गया। विधिक साक्षरता शिविर के अवसर पर व्यवहार न्यायधीश बतौर अतिथि एवम रिसोर्स पर्सन के रूप में शामिल महेश कुमार जी ने कहा कि प्राचीन काल से लेकर वर्तमान युग मे परिस्थितियों और आवश्यकता के अनुरूप मर्यादित आचरण के लिए कानून बनते रहे हैं।लोगों को समानता का अधिकार प्राप्त हो इसके लिए कानून प्रतिबद्ध होता है, हम अपने अधिकार के साथ ही कर्तव्य के प्रति ज्यादा जिम्मेदारी से पूरा करें।लेकिन यह स्वतन्त्रता आपको दूसरे के अधिकार को बाधित नही करने देगा।मनुष्य को मनुष्य की तरह जीने का अधिकार है।
आज कानून के प्रभावी कदम टोनही प्रथा,जैसे कुप्रथाओं को हटाकर इससे शोषित लोगों को सम्मान पूर्वक जीने का अधिकार प्राप्त हुआ है। उन्होंने आयुर्वेद के अध्ययन शील छात्रों की परीक्षा का उदाहरण देते हुए बताया कि प्रत्येक चीजें उपयोगी होती है।हम जब भी अध्ययन करें तो चिंतनशील होकर अध्ययन करें।मनुष्यों को कानून के दायरे में मर्यादित रहना होता है ।अमर्यादित रहने वाले व्यक्तियों के लिए कानून की आवश्यकता होती है।धीरे धीरे समय के अनुसार कानून बदलते रहते है।आदमी जो दिखता है वह होता नही है।और जो होता है वह दिखता नही है।आप अत्यंत सावधान रहें।सायबर क्राइम,मानव तस्करी जालसाज़ लोगों से बचने के सावधानी सहित अनेक जानकारी प्रदान किया।इस कार्यक्रम में अधिवक्ता आशुतोषराज सिन्हा,डॉ मिथलेश पाठक ,धनेश्वर देवांगन,विनीत तिवारी,विवेक पाठक सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।