दुनिया में जब से एआई विकसित और सुलभ हुआ है, बहुतों का काम आसान हो गया हैं, तो वहीं कई लोग इस टेक्नोलॉजी का ग़लत इस्तेमाल भी करने लगे हैं। इसके चलते दिन-प्रतिदिन कई तरह के स्कैम भी सामने आ रहे हैं जिसको लेकर विभिन्न रिपोर्ट्स ने भी चेताया है। इन्हीं में से एक स्कैम है मैसेंजर डीपफेक वीडियो कॉल जो विश्वभर में एक बड़ी समस्या बनती जा रही है।
क्या है डीपफेक वीडियो कॉल?
दीपफेक एक एआई- पावर्ड फेस-स्वैपिंग तकनीक है। किसी व्यक्ति की जानकारी को ग़लत तरीके से एकत्रित करके, इस प्रकार के स्कैम को वीडियो कॉल के माध्यम से अंजाम दिया जाता है। स्कैमर एक वीडियो कॉल के ज़रिए ख़ुद को एआई की मदद से किसी व्यक्ति के परिचित के रूप में पेश करता है और उसे ठगने की कोशिश करता है।
कैसे शुरू होता है स्कैम ऐसे होती है ठगी की तैयारी
एआई मैसेंजर डीपफेक वीडियो कॉल के लिए, आपराधिक बुद्धि का विशेषज्ञ डेवलपर एक एआई मॉडल तैयार करता है, जिसे आमतौर पर जनरेटिव एडवर्सरियल नेटवर्क्स (जीएएनएस) कहा जाता है। जीएएनएस दो अलग-अलग न्यूरल नेटवर्क के साथ मिलकर काम करता है। इनमें से पहला नेटवर्क जेनरेटर कहलाता है, जो नक़ली वीडियो बनाता है, और दूसरा नेटवर्क डिस्क्रिमिनेटर कहलाता है, जो नक़ली वीडियो को पहचानने का काम करता है।
पहले डेटा इकट्ठा किया जाता है
इस तरह के वीडियो बनाने के लिए, जिस व्यक्ति के नाम पर धोखाधड़ी करनी होती है, पहले तो उसके बहुत से फोटो और वीडियो को एकत्रित किया जाता है। फिर इन्हीं वीडियो और फोटो के ज़रिए उस व्यक्ति को लाइव दिखाकर इसे और ज़्यादा सच्चा दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, ताकि लोग उस पर विश्वास कर सकें।
हेरफेर से वीडियो बनाया जाता है
एक बार जब सारा डेटा इकट्ठा हो जाता है तो फिर शुरू होता है एआई मॉडल की मदद से चालाकी यानी मैनिपुलेट करना । और इसकी मदद से एक ऐसा वीडियो तैयार किया जाता है जो नक़ली होने के बावजूद वास्तविकता के क़रीब-सा प्रतीत होता है।
इस तरह उपयोग होता है वीडियो
जब वीडियो बनकर तैयार हो जाता है तो इसका इस्तेमाल करके उस व्यक्ति के परिचितों को कॉल किया जाता है और उनसे पैसों की मांग की जाती है। ये वीडियो इतने वास्तविक दिखते हैं कि लोग इन्हें देखकर भ्रम में आ जाते हैं और इन पर विश्वास कर बैठते हैं।
कैसे पहचानें ये स्कैम
आपराधिक गतिविधियों के साथ कोई व्यक्ति आपके साथ धोखाधड़ी न कर सके, इसके लिए ज़रूरी है कि आप इस तरह के वीडियो कॉल को लेकर जागरूक रहें। और किसी भी अचानक आए वीडियो कॉल पर थोड़ा-सा भी शक होने पर ये उपाय आजमाएं।
असामान्य भावनाएं
इस वीडियो कॉल में एआई का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में सबसे पहले सचेत हो सकते हैं उस वीडियो में दिखने वाले व्यक्ति के हाव-भाव देखकर। साथ ही उसके रवैये से जो असमान्य नज़र आ सकता है। उसकी जो आवाज़ है वो बोलने के तरीके से बिल्कुल भिन्न होगी। इसके अलावा, इसके वीडियो की गुणवत्ता ख़राब हो सकती है।
ऐसे सावधान रहें
अगर आपको किसी अनजान नंबर से वीडियो कॉल आ रहा है तो उसे बिल्कुल नहीं उठाएं। अगर किसी परिचित व्यक्ति के नंबर से एकदम से वीडियो कॉल आ रहा है तो उसे काट दें। फिर उस व्यक्ति को वॉइस कॉल करके बात करें। कुछ मामलों में वीडियो कॉल ऐसे व्यक्ति की तरफ़ आया है जिससे बहुत कम बात होती है। अगर वीडियो कॉल पर कोई परिचित आपसे पैसों की मांग करता है तो उस पर विश्वास न करके सीधा वॉइस कॉल पर बात करें।