ठंड बढ़ने से खेतों में जमीं बर्फ:अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री लुढ़का, सुबह मावठे का मौसम, फिर निकली धूप

रतलाम में बर्फीली हवाओं के कारण ठंड अपना कहर बरपा रही है। कंपकपाने वाली ठंड के साथ ठिठुरन वाली ठंड का असर है। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस लुढ़का गया है। बीती रात पड़ी ठंड से मंगलवार सुबह तक खेतों में फसलों पर बर्फ जम गई। अगर ऐसा ही मौसम रहा तो फसलें खराब होने की संभावना है। मकर संक्राति के एक दिन पहले से ही कड़ाके की ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। मंगलवार अल सुबह कोहरा छाया रहा। लेकिन बाद में धूप निकली। धूप निकलने से लोगों ने राहत ली, लेकिन शीत लहर का असर कायम रहा। ठंड के असर के कारण अधिकतम व न्यूनतम पारा भी लगातार लुढ़कता जा रहा है। मौसम विभाग की माने तो वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी होने से मौसम में बदलाव आ रहा है और कड़ाके की ठंड गिर रही है। मौसम वैज्ञानिक प्रकाश धामले के अनुसार 14 जनवरी से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर 15 और 16 जनवरी को प्रदेश में देखने को मिलेगा। सिस्टम जैसे ही गुजरेगा, प्रदेश में ठंड का असर फिर से बढ़ जाएगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में बारिश हो सकती है। सिस्टम के गुजरने के बाद 17 जनवरी से ठंड का असर फिर बढ़ जाएगा। खेतों में जमी बर्फ कड़ाके की ठंड के कारण रतलाम जिले में खेतों में बर्फ जमने लगी है। मंगलवार सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे तो फसलों पर बर्फ जमी मिली। गांव दंतोड़िया के किसान सुरेश पाटीदार का कहना है कि कड़ाके की ठंड से फसलों में भारी नुकसान का आसार बना हुआ है। चने की फसल पर कड़ाके की ठंड का असर बना है। किसानों को फसलों को बचाने के लिए फसलों में पानी और अलाव जलाकर फसलों को बचाए। इससे नुकसान का असर कम होगा। पारे में उतार चढ़ाव जारी पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री लुढ़का है। न्यूनतम तापमान में भी 1.5 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके एक दिन पहले रविवार को अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रहा। बर्फीली हवाओं के कारण पारे में लगातार उतार-चढ़ाव बना है। इससे ठंड का असर बना हुआ है। पिछले पांच दिन के तापमान पर एक नजर (आंकड़े डिग्री सेल्सियस में)

ठंड बढ़ने से खेतों में जमीं बर्फ:अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री लुढ़का, सुबह मावठे का मौसम, फिर निकली धूप
रतलाम में बर्फीली हवाओं के कारण ठंड अपना कहर बरपा रही है। कंपकपाने वाली ठंड के साथ ठिठुरन वाली ठंड का असर है। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस लुढ़का गया है। बीती रात पड़ी ठंड से मंगलवार सुबह तक खेतों में फसलों पर बर्फ जम गई। अगर ऐसा ही मौसम रहा तो फसलें खराब होने की संभावना है। मकर संक्राति के एक दिन पहले से ही कड़ाके की ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। मंगलवार अल सुबह कोहरा छाया रहा। लेकिन बाद में धूप निकली। धूप निकलने से लोगों ने राहत ली, लेकिन शीत लहर का असर कायम रहा। ठंड के असर के कारण अधिकतम व न्यूनतम पारा भी लगातार लुढ़कता जा रहा है। मौसम विभाग की माने तो वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी होने से मौसम में बदलाव आ रहा है और कड़ाके की ठंड गिर रही है। मौसम वैज्ञानिक प्रकाश धामले के अनुसार 14 जनवरी से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर 15 और 16 जनवरी को प्रदेश में देखने को मिलेगा। सिस्टम जैसे ही गुजरेगा, प्रदेश में ठंड का असर फिर से बढ़ जाएगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में बारिश हो सकती है। सिस्टम के गुजरने के बाद 17 जनवरी से ठंड का असर फिर बढ़ जाएगा। खेतों में जमी बर्फ कड़ाके की ठंड के कारण रतलाम जिले में खेतों में बर्फ जमने लगी है। मंगलवार सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे तो फसलों पर बर्फ जमी मिली। गांव दंतोड़िया के किसान सुरेश पाटीदार का कहना है कि कड़ाके की ठंड से फसलों में भारी नुकसान का आसार बना हुआ है। चने की फसल पर कड़ाके की ठंड का असर बना है। किसानों को फसलों को बचाने के लिए फसलों में पानी और अलाव जलाकर फसलों को बचाए। इससे नुकसान का असर कम होगा। पारे में उतार चढ़ाव जारी पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री लुढ़का है। न्यूनतम तापमान में भी 1.5 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके एक दिन पहले रविवार को अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रहा। बर्फीली हवाओं के कारण पारे में लगातार उतार-चढ़ाव बना है। इससे ठंड का असर बना हुआ है। पिछले पांच दिन के तापमान पर एक नजर (आंकड़े डिग्री सेल्सियस में)