सावधान! यादव बनकर OBC का लाभ लेने वालों पर होगी FIR, यादव महापंचायत में बड़ा निर्णय

Indore Yadav Mahapanchayat: मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित यादव महापंचायत में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. यादव महापंचायत ऐसे लोगों पर एफआईआर दर्ज कराएगी, जो फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाकर स्कॉलरशिप की बड़ी राशि हड़पी है. वहीं, राधा-कृष्ण बोर्ड बनाने के साथ प्रदेश में राधा-कृष्ण मंदिरों के प्रबंधन की जिम्मेदारी यादव अहिर सेना को सौंपने की मांग की गई है.
दरअसल, इंदौर में आोयोजित यादव महापंचायत में समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों और प्रमुख सामाजिक वरिष्ठजनों ने एक मत से तीन महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. यादव समाज के हितों की रक्षा के लिए सीएम मोहन यादव मोहर लगवाई जाएगी. महापंचायत के निर्णय मुताबिक, यादव समाज द्वारा हिमांशु यादव के नेतृत्व में राधा-कृष्ण मंदिर बचाओ अभियान प्रारंभ किया जाएगा. इस अभियान के लिए राज्य स्तर पर 51 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. महापंचायत में निर्णय लिया गया कि एमपी के शासकीय राधाकृष्ण मंदिरों के अस्तित्व की रक्षा के लिए राधाकृष्ण मंदिरों की व्यवस्था की जिम्मेदारी यादव समाज को दिलाने का अभियान चलाया जाएगा.
गैर यादवों पर होगी एपआईआर
यादव महापंचायत के निर्णय के मुताबिक, कई अपात्र लोगों ने यादव जाति ओबीसी के प्रमाणपत्र बनाकर स्कॉलरशिप की राशि हड़पी है. ऐसे लोगों को खोज-खोजकर समिति द्वारा एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. एमपी में फर्जी जाति प्रमाणपत्रों की जांच के लिए गट्टू यादव के नेतृत्व में 51 सदस्यीय प्रदेश स्तरीय छानबीन समिति का गठन किया गया है.
अहिर सेना करेगी मंदिरों की शुद्धिकरण
यादव महापंचायत के निर्णय के मुताबिक, प्रदेश भर के राधा-कृष्ण मंदिरों की पवित्रता को कायम रखने के लिए यादव अहिर सेना की महिला अध्यक्ष दीपिका यादव के नेतृत्व में प्रदेश स्तरीय 51 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. इन महिलाओं को राधा-कृष्ण मंदिरों की पवित्रता के लिए नियमित सेवा की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. ये महिलाएं प्रदेशभर में राधा-कृष्ण मंदिरों में फैली अव्यवस्थाओं के खिलाफ फोटोग्राफ सहित अनियमिताओं को उजागर करेंगी.