मौसम ने फिर बदली करवट रात में बढ़ने लगी सर्दी:दिन में गर्मी से नहीं मिल रही राहत; रबी बुआई की तैयारी में जुटे किसान
मौसम ने फिर बदली करवट रात में बढ़ने लगी सर्दी:दिन में गर्मी से नहीं मिल रही राहत; रबी बुआई की तैयारी में जुटे किसान
बड़वानी जिले में इस बार औसत के मुकाबले छह इंच अधिक वर्षा हुई है। इससे अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से ही मौसम खुला रहने से अब नवंबर के पहले सप्ताह में न्यूनतम तापमान में गिरावट आने लगी है। अलसुबह सर्दी लगने लगी है, तो अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी जारी है। जिससे जनजीवन को फिलहाल गर्मी, उमस से राहत नहीं मिल रही है। कृषि विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 34.8 व न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री रहा। जबकि एक दिन पूर्व सोमवार को अधिकतम तापमान 36.2 और न्यूनतम 17.8 रहा था। मौसम विशेषज्ञों के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले सप्ताह तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर सुरेंद्र सिंह बड़ोनिया ने कहा कि रात का तापमान गिरकर 17-18 डिग्री तक पहुंच गया, तो दिन का बढ़कर 34 से 35 डिग्री के करीब बना हुआ है। आगामी दिनों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज होने से सर्दी रफ्तार पकड़ने लगी है। हालांकि दिन के में बढ़त होने से आगामी कुछ दिन गर्मी और उमस का भी सामना करना पड़ेगा। गर्म कपड़ों की बिक्री हुई शुरू मौसम में आए बदलाव के बीच जनजीवन में रहन-सहन और खान पान में बदलाव नजर आने लगी है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग सुबह और रात के समय गर्म कपड़े का उपयोग करने लगे हैं। हालांकि अभी सर्दी के मौसम ने भले ही तेज दस्तक नहीं दी है, लेकिन घर में रखे गर्म कपड़े बाहर निकलने लगे हैं। बाजार से रोड किनारे अस्थाई दुकानें शुरू हो गई है। तापमान गिरेगा, बारिश के आसार नहीं केवीके के डॉ. बड़ोनिया ने कहा कि आगामी दिनों में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आएगी। वहीं अधिकतम में बढ़त दर्ज हो सकती है। अगले सप्ताह तक फिलहाल मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। इस कहीं भी बारिश नहीं होगी। माह के दूसरे पखवाड़े के साथ रबी बोवनी का सिलसिला भी तेज होगा। पौने दो लाख हेक्टेयर में होगी रबी बुआई
वर्षाकाल के बाद नवंबर की शुरुआत से रबी सीजन की बोवनी की तैयारियां शुरू हो गई है। कृषि विभाग के अनुसार जिले में इस वर्ष रबी सीजन की सभी फसलों की बोवनी का प्रस्तावित आंकड़ा 1 लाख 75 हजार 775 हेक्टेयर तय किया है। जिले में रबी सीजन में मुख्य रूप से गेहूं और चना की बुआई होगी। इसमें गेहूं की सर्वाधिक 1.40 लाख हेक्टेयर प्रस्तावित है। बीते तीन वर्ष के दौरान प्रस्तावित आंकड़े से अधिक बुआई होने लगी है। नहरों में सफाई की दरकार
जिले में बेहतर वर्षा होने से रबी सीजन के दौरान इस बार किसानों की फसलों को फायदा मिलेगा। वहीं जिले में नहरों का जाल बिछने से खेतों में सिंचाई का भी लाभ मिलेगा। हालांकि रबी सीजन के पूर्व नहरों की सफाई की दरकार है। कहीं नहरें क्षतिग्रस्त है, तो कहीं कचरा-मिट्टी जमा होने से जल प्रवाह में समस्या आती है।
बड़वानी जिले में इस बार औसत के मुकाबले छह इंच अधिक वर्षा हुई है। इससे अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से ही मौसम खुला रहने से अब नवंबर के पहले सप्ताह में न्यूनतम तापमान में गिरावट आने लगी है। अलसुबह सर्दी लगने लगी है, तो अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी जारी है। जिससे जनजीवन को फिलहाल गर्मी, उमस से राहत नहीं मिल रही है। कृषि विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 34.8 व न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री रहा। जबकि एक दिन पूर्व सोमवार को अधिकतम तापमान 36.2 और न्यूनतम 17.8 रहा था। मौसम विशेषज्ञों के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले सप्ताह तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर सुरेंद्र सिंह बड़ोनिया ने कहा कि रात का तापमान गिरकर 17-18 डिग्री तक पहुंच गया, तो दिन का बढ़कर 34 से 35 डिग्री के करीब बना हुआ है। आगामी दिनों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज होने से सर्दी रफ्तार पकड़ने लगी है। हालांकि दिन के में बढ़त होने से आगामी कुछ दिन गर्मी और उमस का भी सामना करना पड़ेगा। गर्म कपड़ों की बिक्री हुई शुरू मौसम में आए बदलाव के बीच जनजीवन में रहन-सहन और खान पान में बदलाव नजर आने लगी है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग सुबह और रात के समय गर्म कपड़े का उपयोग करने लगे हैं। हालांकि अभी सर्दी के मौसम ने भले ही तेज दस्तक नहीं दी है, लेकिन घर में रखे गर्म कपड़े बाहर निकलने लगे हैं। बाजार से रोड किनारे अस्थाई दुकानें शुरू हो गई है। तापमान गिरेगा, बारिश के आसार नहीं केवीके के डॉ. बड़ोनिया ने कहा कि आगामी दिनों में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आएगी। वहीं अधिकतम में बढ़त दर्ज हो सकती है। अगले सप्ताह तक फिलहाल मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। इस कहीं भी बारिश नहीं होगी। माह के दूसरे पखवाड़े के साथ रबी बोवनी का सिलसिला भी तेज होगा। पौने दो लाख हेक्टेयर में होगी रबी बुआई
वर्षाकाल के बाद नवंबर की शुरुआत से रबी सीजन की बोवनी की तैयारियां शुरू हो गई है। कृषि विभाग के अनुसार जिले में इस वर्ष रबी सीजन की सभी फसलों की बोवनी का प्रस्तावित आंकड़ा 1 लाख 75 हजार 775 हेक्टेयर तय किया है। जिले में रबी सीजन में मुख्य रूप से गेहूं और चना की बुआई होगी। इसमें गेहूं की सर्वाधिक 1.40 लाख हेक्टेयर प्रस्तावित है। बीते तीन वर्ष के दौरान प्रस्तावित आंकड़े से अधिक बुआई होने लगी है। नहरों में सफाई की दरकार
जिले में बेहतर वर्षा होने से रबी सीजन के दौरान इस बार किसानों की फसलों को फायदा मिलेगा। वहीं जिले में नहरों का जाल बिछने से खेतों में सिंचाई का भी लाभ मिलेगा। हालांकि रबी सीजन के पूर्व नहरों की सफाई की दरकार है। कहीं नहरें क्षतिग्रस्त है, तो कहीं कचरा-मिट्टी जमा होने से जल प्रवाह में समस्या आती है।