“CM ने किए 21.35 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन, मंच से दूर रहे विधायक और जनप्रतिनिधि, नाराजगी खुलकर सामने आई”

जशपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में कुल 21.35 करोड़ रुपये की लागत से 12 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें से 3 कार्यों का लोकार्पण तथा 9 कार्यों का भूमिपूजन किया गया।
कार्यक्रम की सबसे बड़ी चर्चा का विषय रहा कि जशपुर विधायक रायमुनी भगत, पत्थलगांव विधायक गोमती साय, और छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मण्डल के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह जैसे जनप्रतिनिधि कार्यक्रम में उपस्थित तो रहे, लेकिन दूर बैठकर केवल कार्यक्रम को देखते रह गए। कार्यक्रम में न तो उन्हें आमंत्रित किया गया और न ही उन्हें कार्यक्रम में बुलाया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नगरपालिका द्वारा कार्यक्रम की पूर्व सूचना या औपचारिक निमंत्रण जनप्रतिनिधियों को नहीं दिया गया था। इस बात को लेकर विधायक सहित रामप्रताप सिंह ने नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से इस विषय पर शिकायत की है। अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री इस शिकायत को कितनी गंभीरता से लेते हैं।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जिले में चर्चाएं तेज़ हैं। यह सवाल उठ रहा है कि क्या अधिकारी अब जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रमों में सम्मान देना जरूरी नहीं समझते? गौरतलब है कि प्रोटोकॉल के अनुसार किसी भी शासकीय कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सम्मानपूर्वक आमंत्रित किया जाना चाहिए, लेकिन इस कार्यक्रम में ऐसा नहीं किया गया।
लोकार्पण कार्य (लगभग 48.46 लाख रुपये):
वार्ड क्रमांक 13: जिला अस्पताल के सामने जयस्तंभ चौक का उन्नयन।
वार्ड क्रमांक 08: कम्पोस्ट सेंटर का निर्माण।
वार्ड क्रमांक 11: चीर बगीचा में आर.आर. सेंटर का निर्माण।
वार्ड क्रमांक 04: सामुदायिक भवन का निर्माण।
भूमिपूजन कार्य (लगभग 20.87 करोड़ रुपये):
विभिन्न वार्डों में बी.टी. रोड, सी.सी. रोड, नाली एवं स्ट्रोम वाटर ड्रेन निर्माण।
पेवर ब्लॉक (पाथवे), स्ट्रीट लाइट विस्तार कार्य।
अधिकारी-कर्मचारियों हेतु भवन निर्माण।
सामुदायिक भवन, सूर्य नमस्कार स्थल और रणजीता स्टेडियम के पास सौंदर्यीकरण कार्य।
सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सेमर तालाब एवं देशपांडे पार्क का उन्नयन।
कार्यक्रम में केवल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और नगरपालिका अध्यक्ष अरविंद भगत ने लोकार्पण एवं भूमिपूजन की औपचारिकताएं निभाईं। इस एकतरफा आयोजन की राजनीतिक प्रतिक्रिया आने वाले समय में और गहराने की संभावना है।