आग में फंसे लोगों का रेस्क्यू, साड़ी से बांधकर उतारा:भोपाल के करोंद में 3 मंजिला बिल्डिंग पर फंसा था परिवार; 5 बच्चों समेत 9 को बचाया

भोपाल के करोंद इलाके में एक 3 मंजिला बिल्डिंग में शनिवार-रविवार रात 3 बजे आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि थर्ड फ्लोर पर सो रहा एक परिवार इसकी चपेट में आ गया। नीचे उतरने का रास्ता कोई रास्ता नहीं था। इसके चलते दीवार पर करीब 30 फीट लंबी सीढ़ी और साड़ी से बांधकर परिवार के 5 बच्चे, एक बुजुर्ग समेत 9 सदस्यों का रेस्क्यू किया गया। एक्सपर्ट की माने तो यह हाई रेस्क्यू था, क्योंकि थोड़ी की लापरवाही या खामी होती तो किसी की भी जान जा सकती थी। सबसे पहले गोदाम में आग लगी, फिर मकान तक पहुंची घटना करोंद के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की है। यहां 3 मंजिला बिल्डिंग है। ग्राउंड फ्लोर पर कबाड़े का मंजूर खान का गोदाम है, जबकि सबसे ऊपर एक परिवार रहता है। आग की वजह से गोदाम के अंदर से धुआं निकलने लगा और आग भड़क गई। देखते ही देखते आग तीसरी मंजिल तक पहुंच गई। तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। इधर, निशातपुरा पुलिस और रहवासी भी इकट्‌ठा हो गए। आग से घिरा था रास्ता, इसलिए हाई रेस्क्यू किया आसपास आग देखकर परिवार दहशत में आ गया। फायर फाइटर पंकज यादव ने बताया, गोदाम के पास से ही बिल्डिंग के ऊपर जाने का रास्ता था, लेकिन यह आग से घिरा था। ऐसे में परिवार का हाई रेस्क्यू करने का निर्णय लिया। करीब 30 फीट ऊपर तक जाने के लिए दमकल की सीढ़ियों को लगाया गया। फिर गोदाम के पड़ोसी जिम संचालक मो. रजी ने साड़ियों से पीड़ितों को बांधकर सुरक्षित उतारा। निशातपुरा थाने के आरक्षक योगेश सिंह ने भी छत पर चढ़कर परिवार को सुरक्षित नीचे उतारा। बिल्डिंग में ये फंसे थे फायर फाइटर यादव ने बताया, बिल्डिंग में 60 वर्षीय इकराम खान फंसे थे। ये दिव्यांग है। इस वजह से इन्हें साड़ी से बांधकर नीचे उतारा गया। इनके साथ उन सदस्यों को भी साड़ी से बांधा गया, जो डर रहे थे या उतर नहीं सकते थे। बिल्डिंग में इकराम खान के अलावा, हीना, शाहीन बी, हुमैरा बी समेत 8 साल का सादिल, 4 साल की यामिन, 12 साल का अफरान, 5 साल की जुनेरा और 6 महीने का हालिमा का भी रेस्क्यू किया गया।

आग में फंसे लोगों का रेस्क्यू, साड़ी से बांधकर उतारा:भोपाल के करोंद में 3 मंजिला बिल्डिंग पर फंसा था परिवार; 5 बच्चों समेत 9 को बचाया
भोपाल के करोंद इलाके में एक 3 मंजिला बिल्डिंग में शनिवार-रविवार रात 3 बजे आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि थर्ड फ्लोर पर सो रहा एक परिवार इसकी चपेट में आ गया। नीचे उतरने का रास्ता कोई रास्ता नहीं था। इसके चलते दीवार पर करीब 30 फीट लंबी सीढ़ी और साड़ी से बांधकर परिवार के 5 बच्चे, एक बुजुर्ग समेत 9 सदस्यों का रेस्क्यू किया गया। एक्सपर्ट की माने तो यह हाई रेस्क्यू था, क्योंकि थोड़ी की लापरवाही या खामी होती तो किसी की भी जान जा सकती थी। सबसे पहले गोदाम में आग लगी, फिर मकान तक पहुंची घटना करोंद के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की है। यहां 3 मंजिला बिल्डिंग है। ग्राउंड फ्लोर पर कबाड़े का मंजूर खान का गोदाम है, जबकि सबसे ऊपर एक परिवार रहता है। आग की वजह से गोदाम के अंदर से धुआं निकलने लगा और आग भड़क गई। देखते ही देखते आग तीसरी मंजिल तक पहुंच गई। तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। इधर, निशातपुरा पुलिस और रहवासी भी इकट्‌ठा हो गए। आग से घिरा था रास्ता, इसलिए हाई रेस्क्यू किया आसपास आग देखकर परिवार दहशत में आ गया। फायर फाइटर पंकज यादव ने बताया, गोदाम के पास से ही बिल्डिंग के ऊपर जाने का रास्ता था, लेकिन यह आग से घिरा था। ऐसे में परिवार का हाई रेस्क्यू करने का निर्णय लिया। करीब 30 फीट ऊपर तक जाने के लिए दमकल की सीढ़ियों को लगाया गया। फिर गोदाम के पड़ोसी जिम संचालक मो. रजी ने साड़ियों से पीड़ितों को बांधकर सुरक्षित उतारा। निशातपुरा थाने के आरक्षक योगेश सिंह ने भी छत पर चढ़कर परिवार को सुरक्षित नीचे उतारा। बिल्डिंग में ये फंसे थे फायर फाइटर यादव ने बताया, बिल्डिंग में 60 वर्षीय इकराम खान फंसे थे। ये दिव्यांग है। इस वजह से इन्हें साड़ी से बांधकर नीचे उतारा गया। इनके साथ उन सदस्यों को भी साड़ी से बांधा गया, जो डर रहे थे या उतर नहीं सकते थे। बिल्डिंग में इकराम खान के अलावा, हीना, शाहीन बी, हुमैरा बी समेत 8 साल का सादिल, 4 साल की यामिन, 12 साल का अफरान, 5 साल की जुनेरा और 6 महीने का हालिमा का भी रेस्क्यू किया गया।