खुलेआम हो रहा गांजे का अवैध काला कारोबार।

रूपेश कश्यप पत्रकार संभाग ब्यूरो चीफ✍️✍️✍️
कुकदा:- कुकदा में इन दिनों गांजे का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है, कुकदा सहित कई गांवो की गलियों में बिक रही नशीली वस्तुएं युवाओं की जिंदगी तबाह कर रही हैं। आलम यह है कि गांव में जगह-जगह खुलेआम पुलिस-प्रशासन के आंख के नीचे गांजे की बिक्री हो रही है। कुकदा के गली मोहल्लों में गांजा आसानी से मुहैया हो रहा है। लेकिन पुलिस प्रशासन धृतराष्ट्र की भूमिका में मशरूफ है। यही वजह है कि गांजे का अवैध कारोबार करने वालों के हौसले बुलंद हैं। बीतें एक साल से गांजे के अवैध धंधे में लिप्त कारोबारियों पर पुलिसिया चाबुक नही चला हैं। यहां यह भी बताना जरूरी है कि कुकदा में कई वर्षों से गांजे का अवैध कारोबार खुलेआम हो रहा हैं। गांव-गांव तक फैला यह व्यापार तेजी से लोगों के बीच नशा बांट रहा हैं। नशे के इस अवैध व्यापार को रोकने के लिए नारकोटिक्स एक्ट बनाया गया है, लेकिन पुलिस व आबकारी विभाग गांजे की बिक्री पर अंकुश नहीं लगा पा रही हैं। आलम यह है कि इसके गिरफ्त में युवा वर्ग चपेट में आ चुका है। अक्सर देखा जाता है कि नशे के आदी व्यक्ति कहीं भी चिलम सुलगाने लगते है। चाहे वह सार्वजनिक स्थान हो या फिर खुला मैदान, इतना ही नही इस तरह का नशा करने वाले लोग सड़क के किनारे व चौक-चौराहों पर भी बैठ कर चिलम चढ़ाने लगते हैं।
क्षेत्र के कई ठेला गली मोहल्ले में हो रही बिक्री:- गांजे के शौकीनों को आसानी से गांजा मुहैया हो जा रहा है, लेकिन गांजे का अवैध कारोबार कुकदा और सलखन में गांजे के कई अड्डे स्थित है जहाँ 24 घंटे खुलेआम गांजे की बिक्री होती है।
प्रतिमाह लाखों रूपए का अवैध कारोबार:- पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं करने से गांजे के कारोबारी बेखौफ होकर खुलेआम नशे के नाम पर मौत की पुडिया बेच रहे है। इलाके में लगभग 20-30 लाख रुपये की गांजे की बिक्री हो रही है जिसकी दो ही वजह संभव है या तो गांजे का अवैध कारोबार पुलिसिया संरक्षण में फल-फूल रहा है या फिर पुलिसिया खुफिया तंत्र को गांजे के अवैध कारोबार के विषय में कोई इनपुट नहीं मिल पा रही है। ऐसे में दोनों ही स्थितियों को गांव के हित नहीं माना जा सकता है।
गांजे के अवैध कारोबार में जनप्रतिनिधि संलिप्त:- सूत्रों ने बताया कि भोले-भाले जनताओं द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए जनप्रतिनिधि चुने हुए लेकिन ठीक विपरीत कार्य जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जा रहा है क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि गांजे बिक्री खपाने में लगे हुए हैं।